RBI ने CIBIL Score को लेकर जारी किये 6 नए नियम, जानिए सभी डिटेल्स

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने हाल ही में CIBIL स्कोर को लेकर 6 नए नियम जारी किए हैं। यह नियम न केवल व्यक्तिगत उधारकर्ताओं बल्कि बैंकों और वित्तीय संस्थानों के लिए भी महत्वपूर्ण हैं। CIBIL स्कोर एक ऐसा पैरामीटर है जो आपके वित्तीय स्वास्थ्य का संकेत देता है। आइए इन नियमों और उनके प्रभावों पर विस्तार से चर्चा करते हैं।


CIBIL स्कोर के नए नियम क्या हैं?

1. उधारकर्ता को क्रेडिट स्कोर की फ्री कॉपी देना अनिवार्य

अब बैंकों और वित्तीय संस्थानों के लिए यह अनिवार्य हो गया है कि वे उधारकर्ताओं को उनके क्रेडिट स्कोर की एक मुफ्त प्रति प्रदान करें। इससे उधारकर्ता अपनी क्रेडिट स्थिति के प्रति जागरूक हो सकेंगे।

2. डेटा अपडेट की समय सीमा

बैंकों और वित्तीय संस्थानों को यह सुनिश्चित करना होगा कि उधारकर्ताओं का क्रेडिट डेटा समय पर अपडेट हो। अब डेटा अपडेट करने की अधिकतम समय सीमा 30 दिन कर दी गई है।

3. गलतियों का त्वरित समाधान

अगर CIBIL रिपोर्ट में कोई गलती पाई जाती है, तो इसे 15 कार्यदिवसों के भीतर ठीक करना अनिवार्य होगा। इससे उधारकर्ताओं को अनावश्यक परेशानियों से बचाया जा सकेगा।

4. उधार सीमा का स्पष्ट उल्लेख

बैंकों और वित्तीय संस्थानों को उधारकर्ताओं की क्रेडिट रिपोर्ट में उनकी उधार सीमा का स्पष्ट उल्लेख करना होगा। इससे उधारकर्ताओं को अपनी क्रेडिट योग्यता का बेहतर आकलन करने में मदद मिलेगी।

5. क्रेडिट रिपोर्ट में पारदर्शिता

CIBIL रिपोर्ट में अब सभी लेन-देन का स्पष्ट विवरण दिया जाएगा। इससे उधारकर्ताओं को यह समझने में आसानी होगी कि उनका स्कोर कैसे प्रभावित हो रहा है।

6. संवेदनशील डेटा की सुरक्षा

RBI ने वित्तीय संस्थानों को निर्देश दिया है कि वे उधारकर्ताओं के संवेदनशील डेटा की सुरक्षा सुनिश्चित करें। डेटा लीक होने की स्थिति में संबंधित संस्थान जिम्मेदार माने जाएंगे।


इन नियमों का क्या प्रभाव पड़ेगा?

1. उधारकर्ताओं को मिलेगी राहत

यह नए नियम उधारकर्ताओं को अपने CIBIL स्कोर को समझने और सुधारने में मदद करेंगे। मुफ्त क्रेडिट स्कोर की सुविधा उन्हें वित्तीय अनुशासन सिखाएगी।

2. बैंकों की जिम्मेदारी बढ़ेगी

बैंकों और वित्तीय संस्थानों पर उधारकर्ताओं के डेटा को सुरक्षित और सटीक रखने की जिम्मेदारी बढ़ेगी। यह कदम वित्तीय पारदर्शिता को बढ़ावा देगा।

3. क्रेडिट स्कोर सुधारने में होगी आसानी

CIBIL रिपोर्ट में स्पष्टता आने से उधारकर्ता अपनी गलतियों को समझ सकेंगे और अपने स्कोर को सुधारने के लिए उचित कदम उठा सकेंगे।


CIBIL स्कोर सुधारने के लिए सुझाव

अगर आपका CIBIL स्कोर कम है, तो इसे सुधारने के लिए निम्नलिखित कदम उठा सकते हैं:

1. समय पर भुगतान करें

अपने क्रेडिट कार्ड बिल और लोन की EMI को समय पर चुकाएं। यह आपके स्कोर को सुधारने में मदद करेगा।

2. क्रेडिट कार्ड का समझदारी से इस्तेमाल करें

अपने क्रेडिट कार्ड की लिमिट का 30% से अधिक उपयोग न करें।

3. पुराने क्रेडिट कार्ड बंद न करें

पुराने क्रेडिट कार्ड आपके क्रेडिट हिस्ट्री को मजबूत बनाते हैं। इन्हें बंद करने से आपके स्कोर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।

4. क्रेडिट मिक्स बनाए रखें

सिर्फ क्रेडिट कार्ड पर निर्भर न रहें। विभिन्न प्रकार के ऋणों का उपयोग करें, जैसे होम लोन, पर्सनल लोन आदि।

5. गलतियों को ठीक करें

अपनी CIBIL रिपोर्ट नियमित रूप से चेक करें और अगर कोई गलती हो, तो तुरंत उसे ठीक कराएं।


CIBIL स्कोर का महत्व

CIBIL स्कोर 300 से 900 के बीच होता है। एक अच्छा स्कोर (750 और उससे अधिक) आपको निम्नलिखित फायदे देता है:

  1. लो इंटरेस्ट रेट पर लोन: उच्च स्कोर होने पर बैंक आपको कम ब्याज दर पर लोन प्रदान करते हैं।
  2. क्रेडिट कार्ड की बेहतर सुविधाएं: अच्छे स्कोर के साथ आपको प्रीमियम क्रेडिट कार्ड मिल सकते हैं।
  3. लोन अप्रूवल में आसानी: बैंक और वित्तीय संस्थान उच्च स्कोर वाले व्यक्तियों को प्राथमिकता देते हैं।

निष्कर्ष

RBI द्वारा CIBIL स्कोर को लेकर जारी किए गए ये नए नियम उधारकर्ताओं और वित्तीय संस्थानों दोनों के लिए फायदेमंद साबित होंगे। ये कदम न केवल वित्तीय पारदर्शिता को बढ़ावा देंगे, बल्कि उधारकर्ताओं को अपने वित्तीय स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में भी मदद करेंगे।


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